There is lots of space to die but no place to live.
Category: Nazm
Kaise Yaad Dilaau…
सवाल ये नही की वो मेरी बातें समझेगी या नही,उदासी तो इसलिए है की उसे याद कैसे दिलाऊ?
Sawaan ka Sukha
सावन मे तो साथ था...तुम्हारा, मेरा, और बरसात का
Mai Kahu…
एक ही तो जिंदगी,मिल कर रहना...
चौथ का चाँद
ये सफीना रस्म ए निस्बत में चाँद दिखाएगी।
कुछ कम नहीं
तुम्हे रिवाज़ तो सारे याद हैं पर मेरा रियाज़ तुम्हे पसन्द नहीं
Par Dekho naa…
ये सफ़ीना रस्म ए निसबत की दास्तान बताएगी